परिवहन निगम दिवाली और छत्तीसगढ़ के लिए राज्य भर में 3,000 अतिरिक्त बसें चलाएगा। उत्तर प्रदेश में बस सेवाएँ 18 अक्टूबर को धनतेरस से शुरू होंगी और छठ पर्व के बाद भी जारी रहेंगी। त्योहार के दौरान सभी क्षेत्रों की बसें यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुँचाने के लिए अतिरिक्त चक्कर लगाएँगी।
लखनऊ से सबसे ज़्यादा बसें दिल्ली, गोरखपुर, आज़मगढ़ और प्रयागराज के लिए चलेंगी। दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के परिवहन के लिए परिवहन निगम की बसें ज़िले के मुख्य मार्गों और सामान्य मार्गों पर चलेंगी। इस संबंध में जल्द ही आदेश जारी किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के बेड़े में वर्तमान में 13,712 बसें हैं। सभी 20 मंडलों को त्योहार के लिए बसें चलानी होंगी। इसके लिए योजना बनाई जा रही है। यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पर साफ़-सफ़ाई, पानी और बैठने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। बस स्टेशनों पर सहायता केंद्र भी खोले जाएँगे। बसों के प्रस्थान की डिजिटल समय-सारिणी भी लगाई जा रही है।
जिन रूटों पर यात्री उपलब्ध हैं, वहाँ बसें भेजने के निर्देश दिए गए हैं। सभी क्षेत्रों को अपनी 10% बसें रिज़र्व रखनी होंगी ताकि यात्रियों की ज़रूरत के अनुसार उन्हें भेजा जा सके। जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि दिवाली और छठ पूजा के लिए दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं और जल्द ही जारी किए जाएँगे।
दिवाली और छठ पूजा जैसे त्योहारों के लिए रोडवेज़ ने खास तैयारियाँ की हैं। लंबी और छोटी, दोनों रूटों पर अतिरिक्त बसें जोड़ी जाएँगी। साथ ही, ज़्यादा ट्रैफ़िक वाले रूटों पर तुरंत बसें भेजी जाएँगी। यह ज़िम्मेदारी बस स्टैंड इंचार्ज को दी गई है। पिछले साल की तुलना में इस साल डिपो में 17 बसें और जोड़ी गई हैं, जिससे यात्रियों को ज़्यादा सुविधा मिली है।
दिवाली, छठ और पूजा जैसे त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है। इसके चलते, दिल्ली, लखनऊ और गोरखपुर जैसे लंबे रूटों पर बसों की संख्या बढ़ाई गई है। इसके अलावा, झांसी और कानपुर के बीच भी अतिरिक्त बस फेरे लगाए जाएँगे।
सामान्य दिनों में भी इस रूट पर यात्रियों की भारी भीड़ रहती है और दिवाली पर किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए रोडवेज ने इस रूट पर फेरे बढ़ाने का फैसला किया है। उई से बंधा रूट पर भी अतिरिक्त बसें चलाई जाएँगी। जिला स्तर पर जालौन, कठौन, औरैया, इटावा और कोटरा रूट पर भी अतिरिक्त बस फेरे बढ़ाए जाएँगे।