बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है और सीट बंटवारे को लेकर एनडीए और महागठबंधन दोनों दलों के बीच काफी तनाव है।
लेकिन अब सुनने में आ रहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमति लगभग बन गई है। सूत्र बता रहे हैं कि एनडीए शनिवार शाम को इसकी औपचारिक घोषणा कर देगा।
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने शुक्रवार देर रात प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में यह बात कही। सीट बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चुनावी दलों के बीच सहमति बन गई है और जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सीटों के बंटवारे पर सहमति बनने के बाद उम्मीदवारों की सूची चरणबद्ध तरीके से घोषित की जाएगी। जायसवाल ने यह भी दावा किया कि महागठबंधन के कई मौजूदा विधायक और प्रमुख नेता जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। अगले दो दिनों में महागठबंधन में बड़ा फेरबदल होने की संभावना है।
इस बीच, जायसवाल शुक्रवार देर रात दिल्ली पहुँच गए। जायसवाल को अंतिम सीट बंटवारे की सूची पर चर्चा के लिए दिल्ली बुलाया गया था। आलाकमान के साथ उनकी बैठक अभी बाकी है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, शनिवार को केंद्रीय चुनाव समिति और रविवार को संसदीय बोर्ड की बैठक है। इन बैठकों के बाद, भाजपा उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देगी और उससे पहले सीट बंटवारे की घोषणा की जाएगी।
यह सूचना मिलते ही भाजपा के कई विधायक और दर्जनों संभावित उम्मीदवार दिल्ली पहुँच गए। दिल्ली में भारी भीड़ जमा हो गई है, कई टिकट दावेदार पहले से ही दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। भाजपा नेता, खासकर धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) (लोजपा) प्रमुख चिराग पासवान से कई बार मिल चुके हैं।
राय ने गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह दिल्ली में चिराग पासवान से भी मुलाकात की और दोनों नेता संतुष्ट दिखे। बताया जा रहा है कि चिराग पासवान ने भी संकेत दिया है कि एनडीए में सब ठीक है। लोजपा और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र कुमार मुन्ना ने बताया कि बातचीत तेज़ी से आगे बढ़ रही है और अंतिम चरण में है।
आपको याद होगा कि चिराग पासवान 40 से 55 सीटें चाहते थे और उन्होंने पीएम मोदी पर भरोसा जताते हुए कहा था कि पीएम मोदी ने हमेशा पार्टी की हैसियत का सम्मान किया है। हालाँकि लोजपा-आर नेताओं ने अभी सीटों की संख्या का खुलासा नहीं किया है, लेकिन भाजपा सूत्रों के अनुसार लोजपा-आरके को 26 विधानसभा सीटों की पेशकश की गई है और सौदा पक्का हो गया है।
शुरुआत में 20 सीटों की संख्या बढ़ाकर 26 कर दी गई थी और चिराग पासवान इस बात पर अड़े रहे कि उन्हें 40 से ज़्यादा सीटें चाहिए। अब सूत्र बता रहे हैं कि 26 तारीख़ को डील फाइनल हो गई है। लोजपा की हार के बाद धर्मेंद्र प्रधान और विनोद तावड़े ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेक्युलर के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा समेत दूसरे सहयोगियों से मुलाक़ात की थी।
भाजपा सूत्रों के अनुसार, युवा सहयोगियों के बीच सीटों का बंटवारा सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझ गया है। जीतन राम मांझी की पार्टी को आठ सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी सात सीटें जीत सकती है। भाजपा और जदयू ने अपनी चुनावी रणनीति पहले ही तय कर ली है।
सूत्र बताते हैं कि जेडीयू और बीजेपी बराबर-बराबर चुनाव लड़ेंगी, यानी दोनों पार्टियां 100-100 सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं। एनडीए के राज्य नेताओं द्वारा सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा आज पटना में होने की उम्मीद है, और उसी दिन बीजेपी के राज्य नेताओं को भी दिल्ली बुलाया गया है, जहाँ उम्मीदवारों के चयन के लिए कोर ग्रुप की बैठक होगी।
रविवार को भाजपा पहले चरण के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक करेगी और सूत्रों से संकेत मिलता है कि एनडीए गठबंधन सोमवार को अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने की योजना बना रहा है।
इसका मतलब है कि न सिर्फ़ सीटों के बंटवारे का ऐलान हो सकता है, बल्कि उम्मीदवारों की पूरी सूची भी बन सकती है। सोमवार तक एनडीए और उसके घटक दलों की पहली सूची जारी हो जाने की उम्मीद है। अब देखना यह है कि सीटों के बंटवारे पर सब कुछ तय हो जाता है या चिराग पासवान एक बार फिर अपनी दावेदारी ठोक देंगे और मामला उलझ जाएगा।